सुन्दर कहलाते | By Neelkant Modi
सुन्दर कहलाते जो इस जग के नज़ारे हैं
तेरी चुनरी में हे माँ वो चाँद सितारे हैं
सुन्दर कहलाते जो ..........
पूरब में सूरज की लाली जब छाती है
लगता चुनरी ओढ़े तू धरती पे आती है
तेरी ही आभा के ये सारे उजारे हैं
सुन्दर कहलाते जो ..........
चमकीले ये मानिया फीकी पड़ जाती हैं
भाव से भरी चुनरी में जब सज जाती हैं
तारों के लटकन से झड़े इसके किनारे हैं
सुन्दर कहलाते जो ..........
जब मन तेरे दर्शन को मैया ललचाता है
चुनरी के रंग में ही चंदा रंग जाता है
आजा ओढ़न को माँ आकाश पुकारे है
सुन्दर कहलाते जो ..........
Sundar Kehlate | By Neelkant Modi
Sundar Kehlate Jo Is Jag Ke Nazare Hain
Teri Chunri Mein Hai Maa Wo Chaand Sitare Hain
Sundar Kehlate Jo………….
Purab Mien Suraj Ki Laali Hai
Lagta Chunri Odhe Tu Dharti Pe Aati Hai
Teri Hi Aabha Ke Ye Saare Ujaare Hain
Sundar Kehlate Jo………….
Chamkeele Ya Maniya Pheeki Pad Jaati Hain
Bhaav Se Bhari Chunri Mien Jab Saj Jaati Hai
Taaro Ke Latkan Se Jhade Iske Kinare Hain
Sundar Kehlate Jo………….
Jab Man Tere Darshan Ko Maiya Lalchaata Hai
Chunri Ke Rang Mien Hi Chanda Rang Jata Hai
Aaja Odhan Ko Maa Akash Pukare Hai
Sundar Kehlate Jo………….