मेरी किस्मत | By Sanjay Soni
तूने मुझको अपनाया है
ये मेरी किस्मत है श्याम
हारे हुए को गले लगाना
तेरी तो आदत है श्याम
कोई मसीहा ........
कोई मसीहा मुझको मिला ना
पल पल मैं तो रोता रहा
मैंने अपना फ़र्ज़ निभाया
धोखा ही बस होता रहा
हाथ पकड़ के तूने संभाला
ख़ुशी से आँख भिगोता रहा
तेरे नाम की .........
तेरे नाम की ज्योत सांवरे
मेरे घर भी जलने लगी
तेरी सेवा में खुशियां जो
वो परिवार को मिलने लगी
तेरी कृपा की छइयां पाकर
मेरी गृहस्थी पलने लगी
अब तो रोज़ ही ........
अब तो रोज़ ही तेरी सेवा
सबसे ज़रूरी लगती है
चोखानी संग मेरे घर में
तेरी महफ़िल सजती है
जो भी तेरे शरणागत हैं
उसकी नहीं बिगड़ती है
Meri Kismat | By Sanjay Soni
Tune Mujhko Apnaya Hai
Ye Meri Kismat Hai Shyam
Haare Hue Ko Gale Lagana
Teri To Aadat Hai Shyam
Koi Masiha………..
Koi Masiha Mujhko Mila Na
Pal Pal Main To Rota Raha
Maine Apna Farz Nibhaya
Dhokha HI Bas Hota Raha
Haath Pakad Ke Tune Sambhala
Khushi Se Aankh Bhigota Raha
Tere Naam Ki……….
Tere Naam Ki Jyot Sanwre
Mere Ghar Bhi Jalne Lagi
Teri Sewa Mein Khushiyan JO
Wo Parivar Ko Milne Lagi
Teri Kripa Ki Chhaiyan Paakar
Meri Grahsthi Palne Lagi
Ab To Roz Hi………….
Ab To Roz Hi Teri Sewa
Sabse Zaruri Lagti Hai
Chokani Sang Mere Ghar Mein
Teri Mehfil Sajti Hai
Jo Bhi Tere Sharnagat Hain
Uski Nahi Bigadti Hai