मन का मीत | by Sheetal Pandey
ओ बाबा .............
ओ बाबा तुमसे नहीं है कोई शिकवा गिला
मुझको जो कुछ मिला तेरे दर से मिला
ओ बाबा .............
बन के मन का मीत मेरे मुझको मिला तू
तुमने पोंछ डाले मेरी अँखियो के आंसू
ओ बाबा हाय .............
ओ बाबा सर पे हाथ धर के दिया मुझे हौंसला
मुझको जो कुछ मिला तेरे दर से मिला
ओ बाबा .............
रूठा ज़माना एक तू ही नहीं रूठा
मुझसे है बाबा तेरा दर नहीं छूटा
ओ बाबा हाय .............
ओ बाबा दर तेरे आने का ना टूटा सिलसिला
मुझको जो कुछ मिला तेरे दर से मिला
ओ बाबा .............
रोमी को तेरे रहते कुछ ना कमी है
बड़ी मौज से कटरही ज़िन्दगी है
ओ बाबा हाय .............
ओ बाबा भक्ति का तेरी पाया ऐसा सिला
मुझको जो कुछ मिला तेरे दर से मिला
ओ बाबा .............
Man Ka Meet | by Sheetal Pandey
O Baba……..
O Baba Tumse Nahi Hai Koi Shikva Gila
Mujhko Jo Kuch Mila Tere Dar Se Mila
O Baba………..
Banke Man Ka Meet Mere Mujhko Mila Tu
Tumne Ponchh Daale Meri Ankhiyon Ke Aansu
O Baba Haay……
O Baba Sar Pe Haath Dhar Ke Diya Mujhe Hanusla
Mujhko Jo Kuch Mila Tere Dar Se Mila
O Baba………..
Rootha Zamana Ek Tu Hi Nahi Rootha
Mujhse Hai Baba Tera Dar Nahi Chhoota
O Baba Haay……
O Baba Dar Tere Aane Ka Na Toota Silsila
Mujhko Jo Kuch Mila Tere Dar Se Mila
O Baba………..
Romi Ke Tere Rehte Kuch Na Kami Hai
Badi Mauj Se Kat Rahi Zindagi Hai
O Baba Haay……
O Baba Bhakti Ka Teri Paya Aisa Sila
Mujhko Jo Kuch Mila Tere Dar Se Mila
O Baba………..