आजा रे ओ मेरे गिरधर आजा | by Kuldeep Mangal
आजा रे ........
आजा रे ओ मेरे गिरधर आजा
आके प्रीत निभा जा रे
दिल में मेरे एक भरोसा आस ये साँची लागे रे
कस्तूरी तू मन मृग मेरा तेरे पीछे भागे
आजा रे ओ ............
आजा रे ओ मेरे बाबा आजा
साँची राह बता जा रे
आज रे............
कितना कैसे कब मैं रोया जाने बिना बताये
एक भरोसा तुझ पे बाबा लाज ना मेरी जाए
आजा रे ओ ............
आजा रे ओ मेरे केशव आजा
सिर पे हाथ फिरा जा रे
आजा रे ............
मैं निर्बल तू मेरा सहारा तुझ पर ही इतराऊं
कैसी सुनता है तू मेरी क्यों ये सबको जताऊं
आजा रे ओ ............
आजा रे ओ मेरे माधव आजा
दुनिया को दिखला जा रे
आजा रे............
जैसी करनी वैसी भरनी गीता ज्ञान पठाया
मंगल तेरा मैं हूँ रक्षक तू काहे घबराया
आजा रे ओ ............
आजा रे ओ मेरे सेवक आजा
अपनी आज पुगा जा रे
आजा रे.........
Aaja Re O Mere Girdhar Aaja | by Kuldeep Mangal
Aaja Re ………..
Aaja Re O Mere Girdhar Aaja
Aake Preet Nibha Ja Re
Dil Mein Mere Ek Bharosa Aas Ye Sanchi Laage Re
Kasturi Tu Man Mrig Mera Tere Peeche Bhaage
Aaja Re O…………
Aaja Re O Mere Baba Aaja
Sanchi Raah Bata Ja Re
Aaja Re ………..
Kitna Kaise Kab Main Roya Jaane Bin Bataye
Ek Bharosa Tujh Pe Baba, Laaj Na Meri Jaaye
Aaja Re O…………
Aaja Re O Mere Keshav Aaja
Sir Pe Haath Phira Ja Re
Aaja Re…………..
Main Nirbal Tu Mera Sahara, Tujh Par Hi Itraaun
Kaisi Sunta Hai Tu Meri Kyun Ye Sabko Jataaun
Aaja Re O…………
Aaja Re O Mere Madhav Aaja
Duniya Ko Dikhla Ja Re
Aaja Re…………..
Jaisi Karni Waisi Bharni Geeta Gyan Pathaya
Mangal Tera Main Hoon Rakshak Tu Kaahe Ghabraya
Aaja Re O……………..
Aaja Re O Mere Sewak Aaja
Apni Aas Puga Ja Re
Aaja Re……………