कब होगी कृपा तेरी | By Harish Magan Saini
कब होगी किरपा तेरी ओ बाबा मुझे दर पे बुलाओगे
दर पे बुलाओगे ओ बाबा कब गले से लगाओगे
कब होगी कृपा तेरी ...........
कब आएगी घडी सुहानी
फागुन जैसी रुत मस्तानी
चमकेगी किस्मत मेरी प्यास नैनो की बुझाओगे
कब होगी कृपा तेरी ...........
पूरी होगी कब मेरी आशा
किस दिन होगी दूर निराशा
रात है अँधेरी ओ बाबा कब सूरज दिखाओगे
कब होगी कृपा तेरी ...........
जग सागर में जीवन नैया
तुम बिन इसका कौन खिवैया
तूफ़ान में कश्ती घिरी ओ बाबा कब पार लगाओगे
कब होगी कृपा तेरी ...........
खाटू वाले लौ तुमसे लागी
दर्शन चाहे भुल्लन त्यागी
कितनी करोगे देरी और कितना तड़पाओगे
कब होगी कृपा तेरी ...........
Kab Hogi Kirpa Teri | By Harish Magan Saini
Kab Hogi Kripa Teri O Baba Mujhe Dar Pe Bulaoge
Dar Pe Bulaoge O Baba Kab Se Gales Se Lagaoge
Kab Hogi Kirpa Teri………..
Kab Aayegi Ghadi Suhani
Fagun Jaisi Rut Mastani
Chamkegi Kismat Meri Pyas Naino Ki Bujhaoge
Kab Hogi Kirpa Teri………..
Poori Hogi Kab Meir Asha
Kis Din Hogi Door Nirasha
Raat Hai Andheri O Baba Kab Suraj Dikhaoge
Kab Hogi Kirpa Teri………..
Jag Sagar Mein Jeevan Naiya
Tum Bin Iska Kaun Khivaiya
Toofa Mein Kashti Ghiri O Baba Ka Paar Lagaoge
Kab Hogi Kirpa Teri………..
Khatu Wale Lau Tumse Laagi
Darshan Chahe Bhullan Tyagi
Kitni Karoge Deri Aur Kitna Tadpaoge
Kab Hogi Kirpa Teri………..