क़ानूड़ो ना जाने म्हारी प्रीत | By Raju Pardeshi
प्रीत रे .........
क़ानूड़ो ना जाने म्हारी प्रीत
क़ानूड़ो ना जाने म्हारी प्रीत
हो मैं तो अवध कवारी रे
हो मैं तो कन्या कुंवारी रे
हो मैं तो अवध कवारी रे
क़ानूड़ो ना जाने म्हारी प्रीत
हो क़ानूड़ो ना जाने म्हारी प्रीत
मैं तो गई थी पनिया भरन को
सांवरो ने पकड़ो मोरो चीर
के चीर फाड़ च रा रा रा रा रा रा ......2
क़ानूड़ो ना जाने म्हारी प्रीत
हो क़ानूड़ो ना जाने म्हारी प्रीत
मैं तो गई थी यमुना तट को
सांवरो ने फोड़ी मोरी मटकी
के कैसे काँपी था रा रा रा रा रा रा ....२
क़ानूड़ो ना जाने म्हारी प्रीत
हो क़ानूड़ो ना जाने म्हारी प्रीत
मैं तो गई थी वृन्दावन को
सांवरो ने पकड़ो मोरो हाथ
के चूड़ी टूटी खा न न न न न न ...२
क़ानूड़ो ना जाने म्हारी प्रीत
हो क़ानूड़ो ना जाने म्हारी प्रीत
Kanudo Naa jaane Mhari Preet | By Raju Pardeshi
Preet Re…………
Kanudo Na Jaane Mhari Preet
Kanudo Na Jaane Mhari Preet
Ho Main To Awadh Kanwari Re
Ho Main To Kanya Kunwari Re
Ho Main To Awadh Kanwari Re
Kanudo Na Jaane Mhari Preet
Ho Kanudo Na Jaane Mhari Preet
Main To Gayi Thi Paniya Bharan Ko
Sanwro Ne Pakdo Moro Cheer
Ke Cheer Phaad Cha Ra Ra Ra Ra Ra RA…….2
Kanudo Na Jaane Mhari Preet
Ho Kanudo Na Jaane Mhari Preet
Main To Gayi Thi Yamuna Tatt Ko
Sanwre Ne Phodi Mori Matki
Ke Kaise Kaanpi Tha Ra Ra Ra Ra Ra Ra……2
Kanudo Na Jaane Mhari Preet
Ho Kanudo Na Jaane Mhari Preet
Mian To Gayi Thi Vrindavan Ko
Sanwro Ne Pakdo Moro Haath
Ke Choodi Tooti Kha Na Na Na Na Na Na
Kanudo Na Jaane Mhari Preet
Ho Kanudo Na Jaane Mhari Preet