तेरा दरबार | By Badal Batra
तेरा दरबार मैं नहीं छोड़ना बाबा
तेरा दरबार मैं नहीं छोड़ना
चाहे सारे बंधन मुझे पड़े तोडना
तेरा दरबार मैं नहीं छोड़ना
जबसे नज़रें मिली तुमसे ओ सांवरे
तू ही देता है मुझको दिखाई
तेरे नाम का ऐसा असर है हुआ
श्याम धुन में है दुनिया भुलाई
आज दिल से दिल का नाता मैं जोड़ना
तेरा दरबार मैं नहीं छोड़ना बाबा
तेरा दरबार मैं नहीं छोड़ना
जी भरके मैं देखूं तुझे मेरे श्याम
मैं निगाहों में तुझको बसा लूँ
मेरे बाबा कही कोई तुमसा नहीं
अपने दिल में मैं तुझको छुपा लूँ
तेरे साथ वादा किया नहीं तोडना
तेरा दरबार मैं नहीं छोड़ना बाबा
तेरा दरबार मैं नहीं छोड़ना
तेरी चौखट पे जबसे ये सर है झुका
मुस्कुराने लगी ज़िंदगानी
तेरी रेहमत जो मुझपे बरसने लगी
श्याम तेरी है ये मेहेरबानी
कहीं जोड़ के ये नाता नहीं तोडना
तेरा दरबार मैं नहीं छोड़ना बाबा
तेरा दरबार मैं नहीं छोड़ना
Tera Darbar | By Badal Batra
तेरा दरबार मैं नहीं छोड़ना बाबा
तेरा दरबार मैं नहीं छोड़ना
चाहे सारे बंधन मुझे पड़े तोडना
तेरा दरबार मैं नहीं छोड़ना
जबसे नज़रें मिली तुमसे ओ सांवरे
तू ही देता है मुझको दिखाई
तेरे नाम का ऐसा असर है हुआ
श्याम धुन में है दुनिया भुलाई
आज दिल से दिल का नाता मैं जोड़ना
तेरा दरबार मैं नहीं छोड़ना बाबा
तेरा दरबार मैं नहीं छोड़ना
जी भरके मैं देखूं तुझे मेरे श्याम
मैं निगाहों में तुझको बसा लूँ
मेरे बाबा कही कोई तुमसा नहीं
अपने दिल में मैं तुझको छुपा लूँ
तेरे साथ वादा किया नहीं तोडना
तेरा दरबार मैं नहीं छोड़ना बाबा
तेरा दरबार मैं नहीं छोड़ना
तेरी चौखट पे जबसे ये सर है झुका
मुस्कुराने लगी ज़िंदगानी
तेरी रेहमत जो मुझपे बरसने लगी
श्याम तेरी है ये मेहेरबानी
कहीं जोड़ के ये नाता नहीं तोडना
तेरा दरबार मैं नहीं छोड़ना बाबा
तेरा दरबार मैं नहीं छोड़ना