दीनो का दुखड़ा | By Mukesh Bagda
दीनो का दुखड़ा जो तू ना सुनेगा
सोचो ज़रा श्याम सारा जग क्या कहेगा
दीनानाथ ऐसी बात कैसे तू सहेगा
दीनो का दुखड़ा..........
जग को चलाने वाले कैसे चुपचाप हो
हारे के सहारा देने वाले खुद आप हो
कुछ तो बिचारो क्या करना पड़ेगा
सोचो ज़रा श्याम सारा जग क्या कहेगा
दीनो का दुखड़ा..........
डरता हूँ दुनिया में होवे ना हंसाई
दीनो के नाथ कैसी करी निठुराई
वाजिब है जो वो बताना पड़ेगा
सोचो ज़रा श्याम सारा जग क्या कहेगा
दीनो का दुखड़ा..........
समय पे किये की प्रभु बात कुछ और है
तेरे आगे चलता ना मेरा कोई जोर है
संकट ये मेरा तुमको हरना पड़ेगा
सोचो ज़रा श्याम सारा जग क्या कहेगा
दीनो का दुखड़ा..........
हंसी हैं तुम्हारी भी मन में विचार लो
सारी बातें सोच कर के पलके उघाड़ लो
सांवर तेरा है बाबा तेरा ही रहेगा
सोचो ज़रा श्याम सारा जग क्या कहेगा
दीनो का दुखड़ा..........
Deeno Ka Dukhda | By Mukesh Bagda
Deeno Ka Dukhda Jo Tu Na Sunega
Socho Zara Shyam Sara Jag Kya Kahega
Deenanath Aisi Baat Kaise Tu Sahega
Deeno Ka Dukhda………..
Jag Ko Chalane Wale Kaise Chupchaap Ho
Haare Ko Sahara Dene Wale Khud Aap Ho
Kuch To Vichaaro Kya Karna Padega
Socho Zara Shyam Sara Jag Kya Kahega
Deeno Ka Dukhda………..
Darta Hun Duniya Mein Hove Na Hansaai
Deeno Ke Naath Kaisi Kari Ruswaayi
Wajib Hai Jo Wo Batana Padega
Socho Zara Shyam Sara Jag Kya Kahega
Deeno Ka Dukhda………..
Samay Pe KIye Ki Prabhu Baat Kuch Aur Hai
Tere Aage Chalta Na Mera Koi Zor Hai
Sankat Ye Mera Tumko Harna Padega
Socho Zara Shyam Sara Jag Kya Kahega
Deeno Ka Dukhda………..
Hansi Hai Tumhari Bhi Man Mein Vichaar Lo
Saari Baatein Soch Karke Palken Ughaad Lo
Sanwar Tera Hai Baba Tera Hi Rahega
Socho Zara Shyam Sara Jag Kya Kahega
Deeno Ka Dukhda………..