नैया हमारी मोहन | By Rinku Shrivas Rasik
नैया हमारी मोहन बिन मांझी चल रही है
तुम थाम लो मुरारी ये तो मचल रही है
नैया हमारी मोहन..................
जग को पुकार कर के थक सा गया हूँ मोहन
मिलता नहीं सहारा आँखें हुई मेरी नम
तुम ही मिटा दो मोहन विपदा की ये घडी है
नैया हमारी मोहन..................
हमने सुना है बाबा तुम हारे के सहारे
तू गर संभाले इसको नैया लगे किनारे
तुम्ही सम्भालो आकर लहरों में ये पड़ी है
नैया हमारी मोहन.................
गर हार भी गया तो तुझको ही मैं पुकारूँ
पकड़ा है तेरा दामन इसको ना मैं बिसारुं
जन्मो जनम की यारी भानु की अब लगी है
नैया हमारी मोहन..................
Naiya Hamari Mohan | By Rinku Shriva Rasik
Naiya Hamari Mohan Bin Maajhi Chal Rahi H ai
Tum Thaam Lo Murari Ye To Machal Rahi Hai
Naiya Hamari Mohan……………
Jag Ko Pukar Karke Thak Sa Gaya Hoon Mohan
Milta Nahi Sahara Aankhein Hui Meri Nam
Tum HI Mita Do Mohan Vipda Ki Ye Ghadi Hai
Naiya Hamari Mohan……………
Humne Suna Hai BabaTum Haare Ke Sahare
Tu Gar Sambhale Isko Naiya Lage Kinare
Tumhi Sambhalo Aakar Lehro Mein Ye Padi Hai
Naiya Hamari Mohan……………
Gar Haar Bhi Gaya To Tujhko Hi Main Pukaru
Pakda Hai Tera Daaman Isko Na Main Bisaaru
Janmo Janam Ki Yaari Bhanu Ki Ab Lagi Hai
Naiya Hamari Mohan……………