मस्त नज़रों से | By Mona Shyam Deewani
मस्त नज़रों से जिसका पड़ा वास्ता
वो तो खुशियों से दामन भरा ले गया
जिसने बाबा को अपना ये दिल दे दिया
उसको श्याम का पल में बुलाया गया
मस्त नज़रों से ..............
उसकी चौखट पे जाके हैं सब सुख मिले
मिट जाते हैं ग़म दूर होते गिले
जाके चरणों में सर को झुका है दिया
उसको श्याम का प्रेमी बुलाया गया
मस्त नज़रों से ..............
किसी जन्नत से कम ना लगे खाटू धाम
जहाँ जाते ही मिलता है दिल को आराम
उसकी रेहमत का हर कोई दीवाना हुआ
उसको श्याम का प्रेमी बुलाया गया
मस्त नज़रों से ..............
श्याम नाम की मोना भी पागल हुई
चमकी किस्मत जो सदियों से सोइ हुई
प्रिंस हार के उसके द्वारे गया
उसको श्याम का प्रेमी बुलाया गया
मस्त नज़रों से ..............
Mast Nazron Se | by Mona Shyam Deewani
Mast Nazro Se Jiska Pada Vaasta
Wo To Khushiyo Se Daaman Bhara Le Gaya
Jisne Baba Ko Apna Ye Dil De Diya
Usko Shyam Ka Pal Mein Bulaya Gaya
Mast Nazro Se…………
Uski Chaukhat Pe Jaake Hain Sab Sukh Mile
Mit Jaate Hain Gam Door Hote Gile
Jaake Charno Mein Sar Ko Jhuka Diiya Hai
Usko Shyam Ka Premi Bulaya Gaya
Mast Nazro Se…………
Kisi Jannat Se Kam Na Lage Khatu Dham
Jahan Jaate Hi Milta Hai Dil Ko Aaram
Uski Rehmat Ka Har Koi Deewana Hua
Usko Shyam Ka Premi Bulaya Gaya
Mast Nazro Se…………
Shyam Naam Ki Mona Bhi Pagal Hui
Chamki Kismat Jo Sadiyon Se Soyi Hui
Prince Haar Ke Uske Dware Gaya
Usko Shyam Ka Premi Bulaya Gaya
Mast Nazro Se…………