मेरा कान्हा मुझे संभालेगा | By Neeraj Patel
गिरने ना देगा बिखरने ना देगा
हर मुश्किल से कान्हा मुझे निकालेगा
मेरा कान्हा मुझे संभालेगा
मेरा कान्हा मुझे संभालेगा
मेरी फिकर सदा है तुमको कोई ना संगी साथी है
तुमसे लगन लगी है ऐसी कोई ख्वाइश अब ना बाकी है
दुनिया ने मुझसे नाता तोडा क्या तू मुझे निभा लेगा
मेरा कान्हा मुझे संभालेगा
मेरा कान्हा मुझे संभालेगा
बागडोर तेरे हाथ में सौंपी सारथी मेरे तुम बन जाओ
मोह माया और छल कपट से दूर मुझको ले जाओ
विमुख हुआ जो मैं तुमसे मन माया में उलझा लेगा
मेरा कान्हा मुझे संभालेगा
मेरा कान्हा मुझे संभालेगा
केवल तेरा नाम लिया मैंने चारो धाम दर्शन मिल गए
जनम जनम की तृष्णा मिट गई सब परदे आँखों से हट गए
छोड़ के आऊं जब मैं तन को क्या तू शरण लगा लेगा
मेरा कान्हा मुझे संभालेगा
मेरा कान्हा मुझे संभालेगा
Mera Kanha Mujhe Sambhalega | By Neeraj Patel
Girne Na Dega Bikharne Na Dega
Har Mushkil Se Kanha Mujhe Nikaalega
Mera Kanha Mujhe Sambhalega
Mera Kanha Mujhe Sambhalega
Meri Fikar Sasa Hai Tumko, Koi Na Sangi Saathi Hai
Tumse Lagan Lagi Hai Aisi, Koi Khwahish Ab Na Baaki Hai
Duniya Ne Mujhse Nata Toda, Kya Tu Mujhe Nibha LEga
Mera Kanha Mujhe Sambhalega
Mera Kanha Mujhe Sambhalega
Baagdor Tere Haath Mein SAunpi, Saarthi Mere Tum Ban Jao
Moh Maya Aur Chhal Kapat Se Door Mujhko Le Jaao
Vimukh Hua Jo Main Tumse, Man Maya Mein Uljha Lega
Mera Kanha Mujhe Sambhalega
Mera Kanha Mujhe Sambhalega
Kewal Tera Naam Liya Maine, Chaaro Dham Darshan Mil Gaye
Janam Janam Ki Trishna Mit Gayi, Sab Parde Aankhon Se Hat Gaye
Chhod Ke Aaun Jab Main Tan Ko, Kya Tu Sharan Laga Lega
Mera Kanha Mujhe Sambhalega
Mera Kanha Mujhe Sambhalega