मेरी लगी श्याम संग प्रीत | by Sanjana Vohra
मेरी लगी श्याम संग प्रीत
ये दुनिया क्या जाने
क्या जाने कोई क्या जाने
क्या जाने कोई क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत
ये दुनिया क्या जाने
मेरी लगी श्याम संग प्रीत ........
छवि लगी मैंने श्याम की जबसे
भई बावरी मैं तो तब से
बाँधी प्रेमक की डोर मोहन से
नाता तोडा मैंने जग से
मेरी कैसी पागल प्रीत
ये दुनिया क्या जाने
मेरी लगी श्याम संग प्रीत ........
मोहन की सुन्दर सुरतिया
मन में बस गई मोहिनी मूरतिया
लोग कहें मैं तो भई बावरिया
जबसेो ओढ़ी श्याम चुनरिया
मैंने छोड़ी जग की रीत
ये दुनिया क्या जाने
मेरी लगी श्याम संग प्रीत ........
हर दम अब तो रहूं मस्तानी
लोक लाज सब दीन्हि बिसरानी
रूप राशि अंग अंग समानी
हैरत हैरत रहूं दीवानी
मैं तो गाऊं ख़ुशी के गीत
ये दुनिया क्या जाने
मेरी लगी श्याम संग प्रीत ........
Meri Lagi Shyam Sang Preet | by Sanjana Vohra
Meri Lagi Shyam Sang Preet Ye Duniya Kya Jaane
Kya Jaane Koi Kya Jaane, Kya Jaane Koi Kya Jaane
Mujhe Mil Gaya Man Ka Meet, Ye Duniya Kya Jaane
Meri Lagi Shyam Sang Preet…………..
Chhavi Lagi Maine Shyam Ki Jabse
Bhayi Baawri Main To Tab Se
Baandhi Prem Ki Dor Mohan Se
Naata Toda Maine Jag SE
Meri Kaisi Pagal Preet, Ye Duniya Kya Jaane
Meri Lagi Shyam Sang Preet…………..
Mohan Ki Sundar Muraliya
Man Mein Bas Gayi Mohini Muratiya
Log Kahen Main To Bhayi Bawariya
Jabse Odhi Shyam Chunariya
Maine Chhodi Jag Ki Preet, Ye Duniya Kya Jaane
Meri Lagi Shyam Sang Preet…………..
Har Dum Ab Main Rahun Mastaani
Lok Laaj Sab Deenhi Bisraani
Roop Rashi Ang Ang Samaani
Hairat Hairat Rahun Deewani
Main To Gaaun Khushi Ke Geet, Ye Duniya Kya Jaane
Meri Lagi Shyam Sang Preet…………..