रिद्धि सिद्धि का देव निराला | by Mukesh Bagda
रिद्धि सिद्धि का देव निराला
शिव पार्वती का लाला
सदा ही कल्याण करता
मेरा देव है मंगलकारी
सभी के भण्डार भरता
रिद्धि सिद्धि का देव.........
शिव का दुलारा है ये गौरा महतारी है
गज सा बदन तेरा मूसे की सवारी है
चढ़े पान फूल फल मेवा
सारे संत करे तेरी सेवा
सभी का तू ही मान रखता
मेरा देव है मंगलकारी
सभी के भण्डार भरता
रिद्धि सिद्धि का देव.........
दूंद दुंदाला है ये सूंड सुंडाला है
भक्तों का मंगल करने वाला है
तुझे मन से जो भी बुलाता
पल भर में दौड़ा आता
सफल सारे काम करता
मेरा देव है मंगलकारी
सभी के भण्डार भरता
रिद्धि सिद्धि का देव.........
हर्ष कहे रे पहले इसको मन ले
चरणों में इसके तू शीश झुका ले
सारे विघ्न हटा दे तेरे
सारे काम बना दे तेरे
दीनो के दुःख दूर करता
मेरा देव है मंगलकारी
सभी के भण्डार भरता
रिद्धि सिद्धि का देव.........
Riddhi Siddhi Ka Dev Nirala | by Mukesh Bagda
Dil Diya Maine Us Sanwre Ko
Dil Ke Armaa Sanwarne Lage Hain
Ab Kisi Ki Zarurat Nahi Hai
Din Achche Guzarne Lage Hain
Dil Diya Maine……………
Usko Dekha Nahi Maine Ab Tak
Uski Surat To Dil Mein Basi Hai
Naam Sunte Hi Milta Sukoo Hai
Naino Mein Simatne Lage Hain
Dil Diya Maine……………
Uski Muskan Hai Aisi Zaalim
Maine Duniya Se Aisa Suna Hai
Ab To Jeena Hai Uski Hi Hoke
Hum Diwane Se Hone Lage Hain
Dil Diya Maine……………
Jaadugar Aisa Dil Ko Chura Le
Dil Kiya Maine Uske Hawaale
Ginny Ko Baantta Hai Khazaane
Jholiyan Hum Bhi Bharne Lage Hain
Dil Diya Maine……………