लगी कचेहरी बाबा घाटवाले की | By Robin Sangal

लगी कचहरी देख लो तुम भी बाबा घाटवाले की
घाटे वाले की लाल लंगोटे वाले की

भूत प्रेत को मार भगा भक्तों को गले लगाते हैं
जो जन रोते रोते आते हँसते हँसते जाते हैं
संकट को हर लेते बाबा .....
पीड़ा को हर लेते वो मेहंदीपुर जाने वाले की
घाटे वाले की लाल लंगोटे वाले की

लक्ष्मण को जब बाण लगा तब राम चंद्र घबराये थे
रातों रात संजीवन लाकर आपने प्राण बचाए थे
महिमा अपरम्पार तुम्हारी सूर्य निगलने वाले की
घाटे वाले की लाल लंगोटे वाले की

राम के प्यारे सीता दुलारे मेरी भी फ़रियाद सुने
चरण कमल की सेवा देकर मेरा भी उद्धार करो
कहता रोबिन अब तो हर लो दुविधा अपने प्यारे की
घाटे वाले की लाल लंगोटे वाले की

Lagi Kachehri Baba Ghatewale Ki | By Robin Sangal

लगी कचहरी देख लो तुम भी बाबा घाटवाले की
घाटे वाले की लाल लंगोटे वाले की

भूत प्रेत को मार भगा भक्तों को गले लगाते हैं
जो जन रोते रोते आते हँसते हँसते जाते हैं
संकट को हर लेते बाबा .....
पीड़ा को हर लेते वो मेहंदीपुर जाने वाले की
घाटे वाले की लाल लंगोटे वाले की

लक्ष्मण को जब बाण लगा तब राम चंद्र घबराये थे
रातों रात संजीवन लाकर आपने प्राण बचाए थे
महिमा अपरम्पार तुम्हारी सूर्य निगलने वाले की
घाटे वाले की लाल लंगोटे वाले की

राम के प्यारे सीता दुलारे मेरी भी फ़रियाद सुने
चरण कमल की सेवा देकर मेरा भी उद्धार करो
कहता रोबिन अब तो हर लो दुविधा अपने प्यारे की
घाटे वाले की लाल लंगोटे वाले की

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