लड़ती है नज़र तुमसे | by Ishrat Jahan
लड़ती है नज़र तुमसे तो लड़ने दे कन्हैया
तेरे नाम का नशा है तो चढ़ने दे कन्हैया
बरसों से जुबां चुप है और होंठ ये सिले हैं
मौका मिला तो बातें कुछ करने दे कन्हैया
तेरे नाम का नशा है तो चढ़ने दे कन्हैया
दीवार हर गिरा दो होने दो मिलान अपना
क्यों रोकते कदम हो इन्हे बढ़ने दो कन्हैया
तेरे नाम का नशा है तो चढ़ने दे कन्हैया
मुझे aam नहीं समझो मैं बेधड़क हूँ इशरत
मुझे आम नहीं समझो हम बेधड़क हैं आशिक़
हम प्यार कर रहे हैं तो करने दो कन्हैया
तेरे नाम का नशा है तो चढ़ने दे कन्हैया
Ladti Hain Nazar Tumse | by Ishrat Jahan
Ladti Hain Nazar Tumse To Ladne De Kanhaiya
Tere Naam Ka Nasha Hai To Chadhne De Kanhaiya
Barso Se Zubaan Chup Hain Aur Honth Ye Sile Hain
Mauka Mila To Baatein Kuch Karne De Kanhaiya
Tere Naam Ka Nasha Hai To Chadhne De Kanhaiya
Deewar Har Gira Do Hone Do Milan Apna
Kyun Rokte Kadam Ho Inhe Badhne Do Kanhaiya
Tere Naam Ka Nasha Hai To Chadhne De Kanhaiya
Mujhe Aam Nahi Samjho Main Bedhadak Hun Ishrat
Mujhe Aam Nahi Samjho Hum Bedhadak Hain Aashiq
Hum Pyar Kar Rahe Hain To Karne Do Kanhaiya
Tere Naam Ka Nasha Hai To Chadhne De Kanhaiya