लीले तू आजा | by Amit Kalra Meetu
आजा .......
ओ लीले तू आजा मेरे बाबा को लेके आजा
मैंने राहों में पलकें बिछाई
मैंने कुटिया अपनी सजाई
तू अपना फ़र्ज़ निभा जा
मेरे बाबा को लेके आजा हो आजा
ओ लीले तू आजा............
तुझपे बैठ के मेरे बाबा लेली के असवार हुए
पत्थर भी पारस बन जाता गर जो मेरा श्याम छुए
ओ रंग के नीले नीले, इस दास की विनती सुनले
मेरे श्याम को मुझसे मिला जा, मिला जा
ओ लीले तू आजा............
तेरी महिमा सबसे निराली गगन भी शीश झुकाता है
श्याम का सेवक सबसे प्यारा प्रेमी के घर जाता है
मेरे श्याम को तू ही भाये, हाज़िरी में तू बिछ जाए
तू अपना बेग दिखाजा, दिखाजा
ओ लीले तू आजा............
रागी दरश को राह निहारे श्याम को घर पे लाना है
जीतू श्याम के चरण पड़ा है प्रेम की धार बहाना है
चरणों का दास तू प्यारे, मेरे श्याम का ख़ास तू प्यारे
अब दरश की प्यास बुझा जा , बुझा जा
ओ लीले तू आजा............
Leele Tu Aaja | by Amit Kalra Meetu
Aaja……..
O Leele Tu Aaja
Mere Baba Ko Leke Aaja
Maine Raahon Mein Palken Bichhayi
Maine Kutiya Apni Sajaai
Tu apna Farz Nibha Ja
Mere Baba Ko Leke Aaja, Ho Aaja
O Leele Tu Aaja…………
Tujhpe Baith Ke Mere Baba Lele Ke Aswar Hue
Patthar Bhi Paras Ban Jata Gar Jo Mera Shyam Chhue
O Rang Ke Neele Neele, Is Daas Ki Vinti Sunle
Mere Shyam Ko Mujhse Mila Ja, Mila Ja
O Leele Tu Aaja…………
Teri Mahima Sabse NIrali Gagan Bhi Sheesh Jhukata Hai
Shyam Ka Sewak Sabse Pyara Premi Ke Ghar Jata Hai
Mere Shyam Ko To Hi Bhaye, Haaziri Mein Tu Bichh Jaye
Tu Apna Beg Dikha Ja, Dikha Ja
O Leele Tu Aaja…………
Raagi Darash Ko Raah Nihare Shyam Ko Ghar Pe Lana Hai
Jeetu Shyam Ke Charan Pada Hai , Prem Ki Dhaar Bahan Hai
Charno Ka Daas Tu Pyare, Mere Shyam Ka Khaas Tu Pyare
Ab Darash Ki Pyas Bujha Ja, Bujha Ja
O Leele Tu Aaja…………