श्याम करता है सुनवाई | By Aarti Sharma
मैंने श्याम से अर्ज़ी लगाईं किसी से अब क्यूँ कहना
स्याम करता है सुनवाई किसी से अब क्यूँ कहना
मैंने श्याम से अर्ज़ी लगाईं.............
ज़माना हंसा मुझ पे
कहा कुछ नहीं तुझसे
तेरी सुनी थी बहुत बढ़ाई
मेरी भी कर सुनवाई
तुझसे ही आस लगाईं किसी से अब क्यूँ कहना
मैंने श्याम से अर्ज़ी लगाईं.............
जहाँ की ख़ुशी देदी
लबों पे हंसी देदी
जब मोरछड़ी लहराई
हर विपदा दूर हटाई
अब तुझमे लौ है लगाईं किसी से अब क्यूँ कहना
मैंने श्याम से अर्ज़ी लगाईं.............
मुश्किलें आसान कर दी
मेरी भी झोली भर दी
जब राज तेरे दर आया
तुझे दिल का हाल सुनाया
तब तूने पकड़ी कलाई
अब सही ना जाए जुदाई किसी से अब क्यूँ कहना
मैंने श्याम से अर्ज़ी लगाईं.............
Shyam Karta Hai Sunwayi | By Aarti Sharma
Maine Shyam Se Arzi Lagai
Kisi Se Ab Kyun Kehna
Shyam Karta Hai Sunwai
Kisi Se Ab Kyun Kehna
Maine Shyam Se Arzi Lagai......
Zamana Hansa Mujhpe
Kaha Kuch Nahi Tujhse
Teri Suni Thi Bahut Badhai
Meri Bhi Kar Sunwai
Tujhse Hi Aas Lagai
Kisi Se Ab Kyun Kehna
Maine Shyam Se Arzi Lagai......
Jahan Ki Khushi De Di
Labon Ki Hansi De Di
Jab Morchadi Lehrai
Har Vipda Door Hataai
Ab Tujhme Lau Hai Lagai
Kisi Se Ab Kyun Kehna
Maine Shyam Se Arzi Lagai......
Mushkilein Aasan Kar Di
Meri Bhi Jholi Bhar Di
Jab Raaj Tere Dar Aaya
Tujhe Dil Ka Haal Sunaya
Tab Tune Pakdi Kalaai
Ab Sahi Na Jaaye Judaai
Kisi Se Ab Kyun Kehna
Maine Shyam Se Arzi Lagai......