श्याम के प्रेमी | by Gudiya Vibha Mishra
हम श्याम के प्रेमी हैं हम श्याम पे मरते हैं
जय श्री श्याम.............
हम श्याम के प्रेमी हैं हम श्याम पे मरते हैं
हम इनके भरोसे ही हर काम करते हैं
दुनिया ज़माने को बस ये बात खल रही है
पतवार के बिना ही मेरी नाव चल रही है
वो जितना जलते हैं हम उतना निखरते हैं
हम श्याम के प्रेमी हैं हम श्याम पे मरते हैं
मेरे बोलने से पहले मेरा काम हो रहा है
मेरी हैसियत से ज़्यादा मेरा नाम हो रहा है
हम इनकी गोदी में आराम करते हैं
हम श्याम के प्रेमी हैं हम श्याम पे मरते हैं
हैं श्याम की बदौलत हर भोर ज़िन्दगी की
इनके ही हाथ में है अब डोर ज़िन्दगी की
मेरी साँसों की किश्तें मेरे श्याम भरते हैं
हम श्याम के प्रेमी हैं हम श्याम पे मरते हैं
है श्याम आसरे पर अपनी ये ज़िंदगानी
आगाज़ भी इसी से इस पर ख़त्म कहानी
सोनू जीवन अपना इनके नाम करते हैं
हम श्याम के प्रेमी हैं हम श्याम पे मरते हैं
Shyam Ke Premi | by Gudiya Vibha Mishra
Hum Shyam Ke Premi Hain. Hum Shyam Pe Marte Hain
Jai Shri Shyam………….
Hum Shyam Ke Premi Hain. Hum Shyam Pe Marte Hain
Hum Inke Bharose Hi Har Kaam Karte Hain
Duniya Zamane Ko Bas Ye Baat Khal Rahi Hai
Patvaar Ke Bina Hi Meri Naav Chal Rahi Hai
Wo Jitna Jalte Hain Hum Utna Nikharte Hain
Hum Shyam Ke Premi Hain. Hum Shyam Pe Marte Hain
Mere Bolne Se Pehle Mera Kaam Ho Raha Hai
Meri Haisiyat Se Zyada Mera Naam Ho Raha Hai
Hum Inki Godi Mein Aaram Karte Hain
Hum Shyam Ke Premi Hain. Hum Shyam Pe Marte Hain
Hai Shyam Ki Badaulat Har Bhor Zindagi Ki
Inke Hi Haath Mein Hai Ab Dor Zindagi Ki
Meri Saanson Ki Kishte Mere Shyam Bharte Hain
Hum Shyam Ke Premi Hain. Hum Shyam Pe Marte Hain
Hai Shyam Aasre Par Apni Ye Zindagani
Aagaaz Bhi Isi Se Is Par Khatam Kahani
Sonu Jeevan Apna Inke Naam Kate Hain
Hum Shyam Ke Premi Hain. Hum Shyam Pe Marte Hain