सांवरा जब मेरे साथ है | by Badal Batra
छाई काली घटाएं तो क्या इसकी छतरी के नीचे हूँ मैं
आगे आगे ये चलता मेरे मेरे मालिक के पीछे हूँ मैं
इसने पकड़ा मेरा हाथ है बोलो डरने की क्या बात है
सांवरा जब मेरे साथ है बोलो डरने की क्या बात है
इसकी महिमा का वर्णन करूँ मेरी वाणी में वो दम नहीं
जबसे इसका सहारा मिला फिर सताए कोई ग़म नहीं
श्याम करता करामात है बोलो डरने की क्या बात है
सांवरा जब मेरे साथ है .................
क्यों मैं भटकूं यहाँ से वहां इसके चरणों में है बैठना
झूठे स्वार्थ के रिश्ते सभी श्याम प्रेमी से रिश्ता बना
ये कराता मुलाकात है बोलो डरने की क्या बात है
सांवरा जब मेरे साथ है बोलो डरने की क्या बात है
इसके रहते कोई कुछ कहे बोलो किसकी ये औकात है
सांवरा जब मेरे साथ है .................
Saanwra Jab Mere Saath Hai | by Badal Batra
Chaayi Kaali Ghatayein To Kya Iski Chhatri Ke Neeche Hoon Main
Aage Aage Ye Chalta Mere, Mere Maalik Ke Peechhe Hoon Main
Isne Pakda Mera Haath Hai, Bolo Darne Ki Kya Baat Hai
Sanwra Jab Mere Saath Hai, Bolo Darne Ki Kya Baat Hai
Iski Mahima Ka Varnan Karu, Meri Vaani Mein Wo Dum Nahi
Jabse Iska Sahara Mila, Phir Sataye Koi Gham Nahi
Shyam Karta Karamaat Hai Bolo Darne Ki Kya Baat Hai
Sanwra Jab Mere Saath Hai…………….
Kyon Mian Bhatku Yahan Se Wahan, Iske Charno Mien Hai Baithna
Jhoothe Swarath Ke Rishte Sabhi, Shyam Premi Se Rishta Bana
Ye Karaata Mulakaat Hai Bolo Darne Ki Kya Baat Hai
Sanwra Jab Mere Saath Hai, Bolo Darne Ki Kya Baat Hai
Iske Rehte Koi Kuch Kahe, Bolo Kiski Ye Aukaat Hai
Sanwra Jab Mere Saath Hai…………….