सांवरिया का रंग | By Shreya Koushik
सांवरिया का रंग जिसपे चढ़ जाता है
श्याम कृपा से वो तो हर पल मौज उड़ाता है
है ऐसा सांवरे का रंग जिसपे एक बार चढ़ जाए
ये इतना गहरा होता है उम्र भर ना उतर पाए
दीवानापन ऐसा हद से बढ़ जाता है
श्याम कृपा वो तो हर पल मौज उड़ाता है
बढ़ा कर प्रेम की डोरी खेल ऐसा रचाता है
बना के अपना प्रेमी ये उसे खाटू बुलाता है
जिसका चरण इसके दर पे पड़ जाता है
श्याम कृपा वो तो हर पल मौज उड़ाता है
है जीवन वो सफल जिसको मिला दरबार बाबा का
बड़े ही भाग्यशाली वो मिला जिसे प्यार बाबा का
कुंदन सा चमकता नग उसमे जड़ जाता है
श्याम कृपा वो तो हर पल मौज उड़ाता है
सांवरिया कर रंग ..........
Sanwariya Ka Rang | By Shreya Koushik
Sanwairya Ka Rang Jispe Chadh Jata Hai
Shyam Kripa Se Wo To Har Pal Mauj Udata Hai
Hai Aisa Sanwre Ka Rang Jispe Ek Baar Chadh Jaye
Ye Itna Gehra Hota Hai Umr Bhar Na Utar Paye
Deewanapan Aisa Hadh Se Badh Jata Hai
Shyam Kripa Se Wo To Har Pal Mauj Udata Hai
Badha Kar Prem Ki Dori Khel Aisa Rachaata Hai
Bana Ke Apna Premi Ye Use Khatu Bulata Hai
Jiska Charan Iske Dar Pe Pad Jata Hai
Shyam Kripa Se Wo To Har Pal Mauj Udata Hai
Hai Jeevan Wo Safal Jisko Mila Dabar Baba Ka
Bade Hi Bhagyashaali Wo Mila Jise Pyar Baba Ka
Kundan Sa Chamakta Nag Usme Jad Jata Hai
Shyam Kripa Se Wo To Har Pal Mauj Udata Hai
Sanwariya Ka Rang………..