सांवरे से मिलने का | By Dheerendra Shrivastava
सांवरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है
जबसे तेरी लगन लगी दिल हुआ दीवाना है
जबसे तुम्हे देखा है तबसे तुम्हे चाहा है
श्याम तेरी मुरली का दिल हुआ दीवाना है
सांवरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है
सबसे नाता तोड़ लिया तुमसे नाता जोड़ लिया
श्याम तेरे चरणों में अब जीना और मरना है
सांवरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है
तुम ही मेरे प्राण पिया तुम ही मेरे संग सखा
दुनिया वाले क्या जाने मेरा नाता पुराना है
सांवरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है
मंदिरों में ढूंढा तुम्हे जंगलो में ढूंढा तुम्हे
संतों की महफ़िल में मेरे श्याम का ठिकाना है
सांवरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है
Sanwre Se Milne Ka | By Dheerendra Shrivastava
Sanwre Se Milne Ka Satsang Hi Bahana Hai
Jabse Teri Lagan Lagi Dil Hua diwana Hai
Jabse Tumhe Dekha Hai Tabse Tumhe Chaha Hai
Shyam Teri Murli Ka Dil Hua Diwana Hai
Sanwre Se Milne Ka Satsang Hi Bahana Hai
Sabse Naata Tod Liya Tumse Naata Jod Liya
Shyam Tere Charno Mein Ab Jeena Aur Marna Hai
Sanwre Se Milne Ka Satsang Hi Bahana Hai
Tum Ho Mere Pran Piya Tum HI Mere Sang SAkha
Duniya Wale Kya Jaane Mera Naata Purana Hai
Sanwre Se Milne Ka Satsang Hi Bahana Hai
Mandiro Mein Dhundha Tumhe Jangalo Mein Dhundha Tumhe
Santo Ki Mehfil Mein Mere Shyam Ka Thikana Hai
Sanwre Se Milne Ka Satsang Hi Bahana Hai