साईं की नगरिया में होली | by Sandeep Ganglas
झूम के खेलो नाच के खेलो खुल्लम खुल्ला खेलो आज
मेरे बाबा की नगरिया में होली खेलो आज
मेरे साई की नगरिया में होली खेलो आज
साई के रंग से जो भी खेले हर संकट मिट जाएंगे
बाबा मेरे भोले भाले सोते भाग जगायेंगे
छोटा हो या कोई बड़ा हो सबको दर्शा कराएँगे
मेरे बाबा की नगरिया में .............
हो कोई राम लला का प्यारा या कोई अल्लाह कहता हो
इनके दर पे फर्क ना होगा मन में जो भी रहता हो
जो साईं के रंग में रंगेगा उसकी प्यास बुझाएंगे
मेरे बाबा की नगरिया में .............
साई की होली ऐसी खेलो सारा जग हो अपना
खुशियों के रंग भर जायेंगे साई का सच हो सपना
जब तक सांस रहेगी तन में तेरा ही गुण गाएंगे
मेरे बाबा की नगरिया में .............
Sai Ki Nagariya Mein Holi | by Sandeep Ganglas
Jhoom Ke Khelo, Naach Ke Khelo, Khullam Khulla KHelo Aaj
Mere Baba Ki Nagariya Mein Holi Khelo Aaja
Mere Sai Ki Nagariya Mein Holi Khelo Aaj
Sai Ke Rang Se Jo Bhi Khele Har Sankat Mit Jayenge
Baba Mere Bhole Bhaale Sote Bhaag Jagayenge
Chhota Ho Ya Koi Bada Ho, Sabko Darsh Karayenge
Mere Baba Ki Nagariya Mein ……………..
Ho Koi Ram Lala Ka Pyara, Ya Koi Allah Kehta Ho
Inke Dar Pe Fark Na Hoga, Man Mein Jo Bhi Rehta Ho
Jo Sai Ke Rang Mein Rangega Uski Pyas Bujhayenge
Mere Baba Ki Nagariya Mein ……………..
Sai Ki Holi Aisi Khelo Sara Jag Ho Apna
Khushiyon Ke Rang Bhar Jayenge, Sai Ka Sach Ho Sapna
Jab Tak Saans Rahegi Tan Mein, Tera Hi Gun Gayenge
Mere Baba Ki Nagariya Mein ……………..